एक गुजारीश सी है दिल में के हर लम्हे में साँस ले सकूँ
ले चलें यह बोल मुझे उस जहां, जहाँ हर दिल के लिए एक गीत लिख सकूँ
हर नवीन सहर मुस्कुरा लेता हूँ तेरी आवाज़ सुन कर , सुकून सा आता है देख कर चेहरा तेरा
ले चल मेरी माँ मुझे उस जहां, जहाँ हर बार दिल में तेरे जीतता था बेटा तेरा
एक ऐसी शाम जिसके मय के रंग में डूबा हुआ, हमारी दोस्ती का हर वाक़्या हो
ले चलें मेरे यार मुझे उस जहां, जहाँ हर दिल में कई सुलझे हुए से जज़्बात हो
हर ठंडी रात को तेरी नर्म बातों ने मुझे जगाया, तेरे हर बोल सुन कर मेरा मन मुस्कुराया
ले चले मेरे हमसफ़र मुझे उस जहां, जहाँ हर बार तेरे दिल को जीतने का मैंने मन बनाया
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